चन्दौली – पूर्व सांसद रामकिसुन यादव भी अपने नेता के नक्शे कदम पर चलते दिखाई दे रहे है. समाजवादी चिंतक डॉ राममनोहर लोहिया के पुण्यतिथि के दिन पूर्व सांसद ने आंदोलन का बिगुल फूंका है. भारत माला प्रोजेक्ट के लिए किए किए जा अधिग्रहण के विरोध प्रभावित किसान मजदूर धरना स्थल पहुँचकर विरोध जताया. इस दौरान किसानों ने कहा मर मिटेंगे. लेकिन जमीन मकान नहीं देंगे.वहीं पूर्व सांसद रामकिसुन भी किसानों के समर्थन में उतर पड़े है,और निर्णायक लड़ाई की बात कही.उन्होंने कहा कि हम सभी लोहिया जी आदर्शों पर चलने वाले लोग है.उनका मानना था जब सड़के सुनी हो जाती है, तो संसद आवारा हो जाती है. ऐलेकिन हम समाजवादी लोग संसद को आवारा नहीं होने देंगे.
किसानों मजदूरों के लिए हक हुक़ूक़ की लड़ाई लड़ने के लिए संघर्ष करेंगे और उन्हें उनका हक दिला कर रहेंगे विदित हो कि भारत माला ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट में रेवसा गांव के सैकड़ो लोगों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है. जिसमें सैकड़ो की संख्या में लोगों का घर मकान प्रभावित हो रहा है. किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि हम लोग भारत माला ग्रीनफेल्ड हाईवे (ग्रीन प्रोजेक्ट ) मे अपना मकान देना नहीं चाहते है,यदि लेना है तो जमीन के बदले जमीन व मकान के बदले मकान दिया जाये. ताकि किसानों के साथ न्याय हो सके