बालिकाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने व स्वास्थ्य पर दिया गया बल-केविके सभागार में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन-बालिकाओं के समक्ष अशिक्षा, खराब स्वास्थ्य की हैं चुनौतियां

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चंदौली : कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में बुधवार को ग्राम्या संस्था की ओर से अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बालिकाओं को हिस्सेदारी बढ़ाने, उनके सेहतमंद जीवन से लेकर शिक्षा और करियर के लिए मार्ग बनाने पर बल दिया गया और अधिकारों और सशक्तिकरण के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अपर जिला न्यायाधीश सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ज्ञान प्रकाश शुक्ला ने किया। किशोरियों ने स्वागत गीत की प्रस्तुति की।मुख्य मुख्य अतिथि ने कहा कि बालिकाओं को यह समझने की जरूरत है कि उन्हें भी बालकों के समान अधिकार प्राप्त है। आज बालिकाओं की शिक्षा व उनकी स्थिति में दो-तीन दशक पहले की तुलना में काफी सुधार हुआ है। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने विभाग की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। ग्राम्या संस्थान की प्रमुख बिंदु सिंह ने दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसकी शुरूआत वर्ष2012 में हुई। तब से लेकर अब तक प्रत्येक वर्ष अलग- अलग थीम पर यह दिवस मनाया जाता है। कहा कि आज बालिकाओं के समक्ष कई चुनौतियां हैं जिनमें अशिक्षा, खराब स्वास्थ्य , कुपोषण, जेंडर आधारित भेदभाव के कारण उनका समुचित प्रतिनिधित्व नहीं होना, घरेलू हिंसा के मुद्दे, यौनिक हिंसा व कम उम्र में विवाह, सुरक्षा आदि हैं।सीओ ने बच्चों के लिए चार मूलभूत अधिकारों, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, सहित बच्चों के प्रति होने वाले यौन उत्पीड़न से सुरक्षा कानून के बारे में बताया। धर्मेन्द्र जी, सीडब्ल्यूसी सदस्य ने भी बालिकाओं को शिक्षित होने के लिए प्रोत्साहित किया। डा किरन त्रिपाठी ने किशोरियों को किसी समस्या होने पर पहले अपने माता- पिता/परिवार सदस्यों से बात करने का सुझाव दिया। उन्होंने चुप्पी तोड़ो, खुलकर बोलो की बात की। डीपीओ प्रभात कुमार ने सभी किशोरियों की ओर से साझा किए गए अनुभवों व समारोह में उनकी ओर से दी गई प्रस्तुतियों की सराहना की। नौगढ़ व चकिया ब्लाक किशोरियों ने परियोजना से जुड़कर मिली सीख व अपने अनुभव को साझा किया। महिला कल्याण विभाग के सहयोग से जनपद के विभिन्न विभागों के अधिकारियों की ओर से किशोरियों को सशक्त बनाने में अग्रणी भूमिका निभाने वाली किशोरियों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं दो महिला ग्राम प्रधानों को भी सम्मानित किया गया। साथ ही मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत चयनित किशोरियों को लैपटाप दिया गया। महिला कल्याण अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन परियोजना समन्वयक नीतू सिंह ने किया।

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