–आयुष्मान योजना के तीन लाभार्थियों मिला प्रमाण पत्र-दुर्गावती व श्याम प्यारी को गैस सिलेंडर प्रतीक किया भेंट
चंदौली : जिला मुख्यालय स्थित मचिया गांव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां 743 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया, वहीं सरकार की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों में स्वीकृति पत्र का वितरण किया। कहा कि सरकार की ओर से संचालित की जा रहीं योजनाओं का लाभार्थी लाभ उठाएं, ताकि उन्हें योजनाओं का लाभ मिल सके।मुख्यमंत्री ने आयुष्मान योजना के तहत तीन लाभार्थियों रिंकू कुमार, अनीता शर्मा व डा. अवधेश कुमार को प्रमाण पत्र दिया। वहीं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत अनीता देवी व ज्योति विश्वकर्मा को प्रमाण पत्र दिया गया। नगद ऋण योजना में कविता, मीना, रेणुका संग चार लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया। उज्जवला योजना के तहत दुर्गावती व श्याम प्यारी को गैस सिलेंडर का प्रतीक भेंट किया। सीएम आवास की लाभार्थी तेतरा देवी व पीएम आवास की आशा देवी को मुख्यमंत्री ने चेक प्रदान किया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत गुप्तेश्वर उपाध्याय व केशरी सिंह को प्रमाण पत्र दिया। स्वामी विवेकानंद योजना के तहत निधि व सिमरन सिंह को स्वीकृति पत्र मुख्यमंत्री ने दिया। कहा कि सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति को मिलना अनिवार्य है। सभी पात्र लाभार्थियों को इसका लाभ मिलना चाहिए।
अभेद रही सुरक्षा व्यवस्थामुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सभा को लेकर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। पुलिस अधीक्षक डा. अनिल कुमार जनसभा स्थल सहित सभा के बाहर व अन्य जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करते रहे। सुरक्षा कर्मियों ने हाईवे के दोनों तरफ लगभग तीन किलोमीटर तक किलेबंदी कर रखी थी। किसी को भी बिना जांच के प्रवेश नहीं मिल रहा था। सुरक्षा में कोई चूक न हो इसके लिए 800 पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी। वहीं सुचारू यातायात के लिए रूट डायवर्जन भी किया गया था। इसके मद्देनजर जगह-जगह पर पुलिस कर्मी बेरिकेटिंग लगाकर मुस्तैद नजर आए, ताकि किसी को कोई असुविधा नहीं हो। एसपी डा. अनिल कुमार ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ की जनसभा की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन के अफसर मुस्तैद रहे। सुरक्षा के लिए चंदौली व गाजीपुर की पुलिस फोर्स को लगाया गया था। इसमें एएसपी के अलावा नौ सीओ और 36 निरीक्षक के साथ कुल 800 पुलिस व पीएसी के जवानों को तैनात किया गया था। जो सुरक्षा व्यवस्था के साथ यातायात को सुगम रखने की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसके अलावा सभा स्थल पर आने वाले सभी लोगों की मेडल डिटेक्टर से जांच के बाद ही इंट्री दी जा रही थी ।