चंदौली : सदर कोतवाली के झांसी गांव में गुरुवार को बेटी ने खुरपी और लोढ़ा से मारकर अपनी मां की हत्या कर दी। घटना से गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस ने बेटी को हिरासत में ले लिया है। झांसी गांव निवासी लक्ष्मण मौर्य की दस वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई थी। पत्नी लालमनी मौर्य अकेले अपने घर में गुजर बसर कर रही थी। कुछ दिन पूर्व इकलौती बेटी शशि मौर्य घर आई थी। गुरुवार को किसी बात को लेकर मां और बेटी में विवाद हो गया। क्रोध में आकर बेटी ने घर में रखी खुरफी और लोढ़ा से मां पर हमला कर दिया। इससे मां गंभीर रूप से जख्मी हो गई। जब तक वह कुछ समझ पाती लालमनी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही गांव में कोहराम मच गया। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों की मानें तो संपत्ति विवाद को लेकर मां और बेटी में झगड़ा चल रहा था। घटना स्थल पर पहुंचे पुलिस क्षेत्राधिकारी राजेश राय ने मौका मुआयना किया। सीओ ने बताया कि लालमनी का शव उनके घर से बरामद हूुआ है। घटना के सभी पहलुओं की जांच के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है। थाना प्रभारी गगनराज सिंह ने बताया कि खुरपी और लोढ़ा से मारकर बेटी ने मां की हत्या कर दी है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
–संपत्ति को लेकर चल रहा था विवाद लगभग सात साल पहले लालमनी ने अपनी बेटी शशि की शादी सकलडीहा के फुल्ली गांव निवासी कमलेश मौर्य से की थी। जिससे एक बेटी भी है, लेकिन दो साल पहले शशि मौर्य घर छोड़ कर चली गई थी। साथ ही अपने पति से तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी। बेटी की इस हरकत से मां नाराज थी और दामाद के साथ रहने का दबाव बनाती थी। तलाक के अर्जी के बावजूद हत्यारोपी की मां का दामाद संग रिश्ता अच्छा था, यहीं नहीं घर पर आना जाना भी था। ग्रामीणों की माने तो लालमनी अपनी संपत्ति दामाद को देना चाहती थी। जबकि बेटी शशि पति के साथ नहीं रहना चाहती थी। उसका किसी से प्रेम प्रपंच चल रहा था। वह उसके साथ ही रहना चाहती थी। बेटी मां पर अपने नाम से संपत्ति करने के लिए दबाव बना रही थी। इसको लेकर पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा था।