पदयात्रा को सम्मान के साथ विदा करें चंदौलीवासीः झन्मेजय सिंह
अधिवक्ताओं ने चंदौली न्यायालय के निर्माण व मुख्यालय के विकास के लिए दिया धरना
चंदौली। जिला न्यायालय एवं जिला मुख्यालय निर्माण को लेकर आंदोलन सोमवार को जारी रहा। इस दौरान संघर्ष समिति के अध्यक्ष झन्मेजय सिंह ने कहा कि अपने आंदोलन को अनवरत जारी रखकर अधिवक्ताओं ने बता और जता दिया कि वे संगठित हैं, सशक्त हैं और चंदौली की प्रति पूर्ण रूप से समर्पित है। यही वजह है कि तमाम राजनीतिक व प्रशासनिक दबाव के बावजूद अधिवक्ता अडिग रहे। आह्वान किया कि चंदौली की जनता अधिवक्ताओं के हौसले व उत्साह को बढ़ाने के लिए पदयात्रा तिथि को कुछ समय के लिए अपनी दुकानें बंद कर पदयात्रा को सम्मानपूर्वक चंदौली से रवाना करने का काम करें
इस दौरान कार्यकारी अध्यक्ष धनंजय सिंह ने कहा कि अधिवक्ता चंदौली व चंदौलीवासियों के सम्मान, हक और अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रशासनिक व राजनीतिक उपेक्षा व शिथिलता के कारण चंदौली को विकास से दूर रखा गया। तमाम प्रयास व संघर्ष के बावजूद राजनेता व अधिकारी स्थानीय जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। इनके द्वारा जनता को गुमराह किया गया। न्यायालय में भी झूठा शपथ-पत्र दाखिल किया गया। यहां तक की जनता को एडीएम चंदौली द्वारा दिए गए लिखित आश्वासन पर प्रशासन ने अमल नहीं किया। यह जनता के साथ वादाखिलाफी है। कहा कि आगामी आठ सितंबर को अधिवक्ता अपनी बातों को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने के लिए चंदौली से पदयात्रा निकाल रहे हैं। उक्त पदयात्रा वाराणसी से होते हुए विभिन्न जनपदों को पार कर लखनऊ पहुंचेगी, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष अपनी बातों व मांगों को रखने का काम होगा। समस्या का हल नहीं निकले पर पदयात्रा अपने अगले पड़ाव दिल्ली के लिए कूच कर जाएगी, जहां प्रधानमंत्री से मिलकर अपनी बातों को मजबूती के साथ रखा जाएगा। कहा कि इस दरम्यान अधिवक्ताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ यदि कोई अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए सीधे तौर पर चंदौली जिला प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधि जिम्मेदार होंगे। इस अवसर पर सत्यप्रकाश केशरी, गिरीश यादव, रामकृत राम, प्रतिमा दुबे, मुन्ना विश्वकर्मा, धनंजय सिंह, विनीत सिंह, संतोष सिंह, नीरज सिंह, बहादुर यादव, प्रमोद कुमार सिंह, योगेंद्र सिंह, पूरन यादव, संदीप सिंह, डा.राकेश कुमार मौर्य, पवन दुबे, सोनू शेख आदि उपस्थित रहे। संचालन सत्येंद्र कुमार बिंद ने किया।