Gyanvapi ASI Survey : ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी वाद में वादी महिलाओं की याचिका पर जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश ने ज्ञानवापी परिसर के साइंटिफिक सर्वे का ASI (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) निर्देश दिया था। कई उतार चढ़ाव और याचिकाओं के बाद हाईकोर्ट ने गुरुवार को ऐतिहासिक फैसला देते हुए सर्वे की अनुमति दे दी है। ASI के विशेषज्ञ और हिन्दू पक्ष के वादी और अधिवक्ता मस्जिद परिसर में पहुंच चुके हैं। हिन्दूपक्ष ने हर-हर महादेव के जयघोष के साथ प्रवेश किया।
एसीपी ने संभाल रखी है सुरक्षा की कमान
⚡जुमे की नमाज और ASI के सर्वे को देखते हुए पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन ने गुरुवार को ही तीन घंटे तक विश्वनाथ धाम और ज्ञानवापी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींचा था। उन्होंने मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। इसी क्रम एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय मय पुलिस फ़ोर्स सुबह से ही गेट नंबर 4 पर मुस्तैद हैं। गेट नंबर 4 से किसी भी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी है। सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने मौजूदा पुलिस फोर्स को मौके पर ब्रीफ भी किया।
गेट नंबर 4 करवाया गया है खाली
⚡ज्ञानवापी में ASI सर्वे को लेकर सुरक्षा के कार्य इंतजाम किए गए हैं। ज्ञानवापी जाने वाले मार्ग पर पूरी तरह से वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। सुबह करीब 7 बजकर 30 मिनट पर सर्वे की टीम ने मस्जिद परिसर में इंट्री की इसके पहले ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 को खाली करवा दिया गया। इस मार्ग पर केवल राहगीरों को पैदल और श्रद्धालुओं को एंट्री दिया जा रहा है। वही मीडिया को भी ज्ञानवापी से दूर रखा गया है। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर आसपास के क्षेत्र में सिविल पुलिस और एनआईए की टीम एक्टिव है। ज्ञानवापी सर्वे को देखते हुए सोशल मीडिया पर भी पुलिस ने नजर बनाए रखी है।
ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी वाद के वादियों ने की थी मांग
⚡ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी वाद में वादी महिलाओं ने जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में याचिका दायर कर ज्ञानवापी परिसर ( संरक्षित स्थल को छोड़कर) के ASI द्वारा साइंटिफिक सर्वे कराए जाने की मांग की थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए जिला जज ने साइंटिफिक सर्वे को मंजूरी दे दी थी। इसपर अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, जहां चीफ जस्टिस ने फौरी तौर पर सर्वे पर रोक लगते हुए मुस्लिम पक्ष को हाईकोर्ट जाने की सलाह दी थी। हाईकोर्ट पहुंचे मुस्लिम पक्ष को गुरुवार को उस वक़्त झटका लगा जब कोर्ट ने सर्वे को अनुमति दे दी। मुस्लिम पक्ष एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है जहां आज सुनवाई होगी।