चंदौली : जिला न्यायालय व मुख्यालय निर्माण को लेकर सोमवार को अधिवक्ताओं का विरोध-प्रदर्शन तल्ख रहा। अधिवक्ताओं ने केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री व सांसद डा महेंद्रनाथ पांडेय के साथ ही जिले के अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया। कहा कि इसके बाद भी जनप्रतिनिधियों की बुद्धि की शुद्धि नहीं हुई और वह जिला न्यायालय व मुख्यालय निर्माण के पक्ष में सहयोग करने की भूमिका में नहीं आए तो उन्हें मृत मानकर उनकी शवयात्रा निकाली जाएगी और 10 दिनों तक प्रतीकात्मक रूप से उनका शवदाह किया जाएगा। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अधिवक्ता झंमेजय सिंह ने कहा कि शवदाह के बाद 10 दिन पर दसवां का कार्यक्रम होगा। जनप्रतिनिधि नहीं मानें तो श्राद्ध व पिंडदान आदि कार्यक्रम भी किए जाएंगे। इतना ही नहीं पदयात्रा कर दिल्ली में प्रधानमंत्री से गुहार लगाई जाएगी। बावजूद इसके जनपद की उपेक्षा हुई तो वाराणसी में पीएम के चुनाव का विरोध किया जाएगा।
कहा कि जिला न्यायालय निर्माण को लेकर अब किसी भी तरह के आश्वासन से अधिवक्ता मानने वाले नहीं है। जब तक जिला न्यायालय निर्माण के साथ मुख्यालय पर सरकारी दफ्तरों के निर्माण की आधारशीला नहीं रखी जाती, तब तक अधिवक्ताओं का आंदोलन जारी रहेगा। कहा कि फरियाद व गुहार लगाते-लगाते अधिवक्ता थक चुके हैं, लेकिन अब कुछ कहने का वक्त बीत चुका है। अब अधिवक्ता अपनी आवाज को शासन-प्रशासन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। न्यायालय व मुख्यालय का निर्माण रहवासियाें का हक है। इसके लिए अधिवक्ता अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ेंगे। मुरलीधर सिंह, चंद्रभान सिंह, अनिल सिंह, समसुद्दीन, सत्य प्रकाश केशरी सहित अन्य अधिवक्ता शामिल थे। संचालन राकेश रत्न तिवारी ने किया।