चंदौली : डिस्ट्रिक्ट डेमोक्रेटिक व सिविल बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं की ओर से न्यायालय भवन के निर्माण को लेकर कचहरी परिसर में दिया जा रहा अनिश्चितकालीन धरना सोमवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। अधिवक्ताओं ने मुख्यालय पर जुलूस निकाल जिला प्रशासन की ओर से आंदोलन को समाप्त करने के षड्यंत्र पर आक्रोश व्यक्त किया। कहा कि येन-केन प्रकारेण आंदोलन को खत्म करने की बजाय समस्या के निदान पर जिला प्रशासन व जिम्मेदार अफसरों के साथ सत्ता पक्ष के नेताओं को ध्यान देना चाहिए, लेकिन अधिवक्ताओं के आंदोलन को तोड़ने का षड्यंत्र किया जा रहा है। जिला प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता, लापरवाही व शिथिलता के कारण अधिवक्ता आंदोलन करने को विवश हैं।
सिविल बार के अध्यक्ष चंद्रभानु सिंह ने कहा कि आंदोलन किसी भी सूरत में खत्म नहीं होगा। अधिवक्ताओं को प्रशासनिक षड्यंत्र व प्रलोभन से दूर रहने को आगाह किया। कहा कि यह जनपद के अस्तित्व व अधिवक्ता एकता का मामला है। जिसे जिला प्रशासन खंडित करने की योजना पर काम कर रहा है। अधिवक्ता आर-पार की लड़ाई को तैयार हैं। महामंत्री अनिल सिंह ने कहा कि जनहित के मुद्दे पर आंदोलित अधिवक्ताओं को विभिन्न संगठनों का साथ व समर्थन मिल रहा है। मुख्यालय के विकास व न्यायालय के निर्माण के लिए दिव्यांग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व महामंत्री राकेश रोशन सिंह, राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत और चकिया बार एसोसिएशन ने आंदोलन को अपना समर्थन देकर मजबूती प्रदान की है। हर दिन यह आंदोलन वृहद और सशक्त होता जाएगा। पूर्व महामंत्री झन्मेजय सिंह ने कहा कि सांसद ने यदि प्रयास किया होता तो यहां का गरीब मुम्बई-दिल्ली जाकर कमाने को मजबूर नहीं होता, बल्कि उसे अपने जनपद में भी रोजगार मिल जाता, लेकिन केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय संभालने के बाद भी एक भी कारखाना चंदौली में नहीं खुल पाया। महामंत्री राज बहादुर सिंह, महेंद्र चतुर्वेदी, शमशुद्दीन, चंद्रभूषण यादव, रामप्रकाश मौर्या, राजेश मिश्रा आदि अधिवक्ता उपस्थित थे।